मंगलवार, 27 फ़रवरी 2018

FAREWELL OF CLASS XII 2017-2018 BATCH

फेयरवेल 2018 



बाल भारती : मार्च 2018 


युगवार्ता : 25 फरवरी 2018 



यथावत :16 -28  फरवरी  2018 


Pratiyogita Darpan : March , 2018 

 Magic Pot : FEBRUARY 2018 
 बालहंस : फरवरी 2018 (II ) 


CAREER  SOLUTIONS : FEBRUARY 2018 


गुजरात : फरवरी 2018 (गुजराती)

गुरुवार, 22 फ़रवरी 2018





Robert Baden-Powell, 1st Baron Baden-Powell, in full Robert Stephenson Smyth Baden-Powell, 1st Baron Baden-Powell of Gilwell, also called (1922–29) Sir Robert Baden-Powell, 1st Baronet, (born February 22, 1857, London, England—died January 8, 1941, Nyeri, Kenya), British army officer who became a national hero for his 217-day defense of Mafeking (now Mafikeng) in the South African Warof 1899–1902; he later became famous as founder of the Boy Scouts and Girl Guides (also called Girl Scouts).
In 1884–85 Baden-Powell became noted for his use of observation balloons in warfare in Bechuanaland (now Botswana) and the Sudan. From October 12, 1899, to May 17, 1900, he defended Mafeking, holding off a much larger Boer force until the siege was lifted. After the war he recruited and trained the South African constabulary. On returning to England in 1903, he was appointed inspector general of cavalry, and the following year he established the Cavalry School, Netheravon, Wiltshire. He was promoted to lieutenant general in 1907.
Having learned that his military textbook Aids to Scouting (1899) was being used for training boys in woodcraft, Baden-Powell ran a trial camp on Brownsea Island, off Poole, Dorset, in 1907, and he wrote an outline for the proposed Boy Scout movement. Scout troops sprang up all over Britain, and for their use Baden-Powell’s Scouting for Boys was issued in 1908. He retired from the army in 1910 to devote all his time to the Boy Scouts, and in the same year he and his sister Agnes (1858–1945) founded the Girl Guides (in the United States, Girl Scouts from 1912). His wife, Olave, Lady Baden-Powell (1889–1977), also did much to promote the Girl Guides. In 1916 he organized the Wolf Cubs in Great Britain (Cub Scouts in the United States) for boys under the age of 11. At the first international Boy Scout Jamboree (London, 1920), he was acclaimed chief scout of the world.
 baronet from 1922, Baden-Powell was created a baron in 1929. He spent his last years in Kenya for his health. His autobiography, Lessons of a Lifetime (1933), was followed by Baden-Powell (1942, 2nd ed. 1957), by Ernest Edwin Reynolds, and The Boy-Man: The Life of Lord Baden-Powell (1989), by Tim Jeal.
Reference:https://www.britannica.com/biography/Robert-Stephenson-Smyth-Baden-Powell-1st-Baron-Baden-Powell

The world thinking day celebrated in the vidyalaya. On this occassion many activities have been performed by the scouts as well as guides. in the mid of the activities our ALT SCOUT MASTER Mr. C.P. Rajawat has explained many unknowing facts of scouts and guides and other scout master Mr. Sudhakar Gupta (BSM) and Mr. Arvind Kumar (BSM) has also revealed their thoughts on the occassion of world thinking day. At the end of the program Principal Sir has addressed to all scouts and guides that how they can serve their nation being as a scout or guides. On this occassion vidyalaya celebrated this day also as cub and bulbul utsav.





सोमवार, 19 फ़रवरी 2018

INSPIRATIONAL STORY OF THE MONTH

“इस दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं हैं, हम वो सब कुछ कर सकते हैं जो हम सोच सकते हैं, और हम वो सब कुछ सोचने का अधिकार रखते हैं जो आज तक हमने कभी नहीं सोचा।”
जी हाँ बिलकुल सही कहा है की कुछ करने की इच्छा रखने वालों के लिए इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं अगर इंसान के इरादे मजबूत हो तो गरीबी या मुश्किल हालात जेसी बाधायें भी किसी का रास्ता रोक नहीं सकते।
जी हां दोस्तों, कुछ लोग होते ही हैं इतने काबिल की वे किसी भी परिस्तिथि में अपने सपनों को साकार करने के लिये रास्ता खोज ही लेते हैं। क्या कोई सोच सकता हैं की एक ऑटो रिक्शा चालक का बेटा अपने पहले प्रयास में ही देश का एक सन्मानित पद IAS प्राप्त कर लेंगा। वो भी सिर्फ 21 साल की उम्र में…
यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा देश में सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। लाखों विद्यार्थी यह परीक्षा देते हैं लेकिन् कुछ ही इसमें सफलता पाते है। कड़ी मेहनत, मार्गदर्शन और दृढ़ता का केवल एक उचित संयोजन ही यूपीएससी उम्मीदवारों को इन परीक्षाओं में मदद दे सकता है। कई उम्मीदवारों के पास सभी सुविधाएं और प्रशिक्षण होता है। जो कि पैसे से खरीद सकते हैं, लेकिन् इसके बावजूद वे IAS परीक्षा में सफल नहीं हो पाते।

सबसे कम उम्र वाला IAS अधिकारी अन्सार अहमद शेख – (Ansar Shaikh IAS)

लेकिन कुछ लोंग ऐसे भी होते हैं जो किसी भी परिस्तिथि को अपने सपनों के बिच में नहीं आने देते। ऐसी


 ही एक प्रेरक कहानी है अन्सार अहमद शेख की, जिन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा 2015 में अपनी पहली कोशिश में ही सफ़लता पायी। वह भी सिर्फ 21 साल उम्र में और वे इतनी कम उम्र में IAS अधिकारी बन गए।
उन्हें IAS बनने की प्रेरणा अपने एक शिक्षक से मिली। परिणाम आने के बाद अंसार के माता पिता बहुत ही भावुक हो उठे जब उन्हें पता चला की उनके बेटे ने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की हैं।अन्सार शेख, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के जालना के शेडगांव गांव के एक ऑटो रिक्शा चालक यूनुस शेख अहमद के बेटे हैं। उनके पिता की तीन पत्नियां हैं और अन्सार की मां दूसरी है। अन्सार के घर में अन्सार के अलावा बहुत से बच्चे हैं गरीब होने के कारण, उनके पिता कभी भी अपने किसी भी बच्चे के लिए अच्छी शिक्षा प्रदान नहीं कर पाए। हालांकि, अन्सार अलग था। वह एक शानदार छात्र था और उसके पास परिस्थितियों पर मात करके कोशिश करने का सर्वोत्तम संभव परिणाम देने की क्षमता है।
अन्सार की मां ने खेतों में काम किया। उनके घर के हालात इतने ज्यादा ख़राब थे की उनकी पढाई को जरी रखने के लिए उनके भाई को अपनी पढाई बीच में ही छोड़ दी। उनके छोटे भाई अनीस ने सातवीं में स्कूल छोड़ दी थी। अनीस परिवार की मदत करने के लिए गेंरेज में काम करता था और अपने भाई को आईएएस परीक्षा के लिए तैयार करने में मदद करता था।
अन्सार की सफलता विशेष रूप से इसलिए भी सराहनीय है क्योकि, शिक्षा उनके परिवार में प्राथमिकता नहीं थी। अपने स्वयं के शब्दों में अंसार ने अपनी घरेलू स्थिति का वर्णन किया है,
“मेरे परिवार में शिक्षा का उतना ज्यादा महत्व नहीं रहा। मेरे पिता, एक रिक्शा चालक हैं उनकी तीन पत्नियां हैं। मेरी मां दूसरी पत्नी है। मेरे छोटे भाई को स्कूल से बाहर निकाल दिया गया और मेरी दो बहनों की शादी छोटी उम्र में हुई थी। जब मैंने उनसे कहा कि मैंने यूपीएससी परीक्षा पास की हैं तो सभी चौंक गए।”
हालांकि अन्सार शेख के पुरे परिवार को उनका सपना पूरा करने के लिए संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने अपने एसएससी बोर्ड परीक्षा में 91% हासिल किया थे। उनके पास फर्गुसन कॉलेज, पुणे से राजनीति विज्ञान में डिग्री है।
अन्सार ने यूपीएससी सिविल सर्विस की तैयारी के लिए एक निजी कोचिंग क्लास में भाग लिया था। उनके परिवार को इस के लिए बहुत खर्च करना पड़ता था, तैयारी के दौरान कभी कभी ऐसा समय भी आता था जब उन्हें 1-2 दिन तक खाने को भी नहीं मिलता था। लेकिन जब वे परिणाम प्राप्त करते थे तब सभी खुश हो जाते थे। उन्होंने शिक्षक राहुल पांडव को मार्गदर्शन और समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया।
UPSC  की परीक्षा में 361 वी रैंक हासिल कर के अंसार ने अपनी और अपने परिवार की किस्मत ही बदल डाली। बेशक आज अंसार भारत सरकार में अपनी सेवाएँ दे रहे है लेकिन उनके घर के हालत इतने ख़राब थे इस बात का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता हैं की जब एक रिपोर्टर उनका इंटरव्यू लेने उनके घर पंहुचा तो उनके घर पर रौशनी के लिए एक बल्ब तक नहीं था, अंसार के भाई उसी वक़्त पास की दुकान पर गए और बल्ब ले के आये।
आफिसर बन ने के बाद अंसार सबसे पहले सांप्रदायिक सौहार्द्र को बढ़ावा देना और गरीबों की मदद करने जैसे कामों को प्राथमिकता देंगे।
अंसार के अनुसार यदि 1 ऑटो चलाने वाले का बेटा IAS बन सकता हैं तो दुनिया का कोई भी बच्चा ये कर सकता हैं, चाहे वह अमीर हो या गरीब, चाहे किसी भीं मजहब का हो।कड़ी मेहनत, परिवार और दोस्तों – की मदद से अन्सार ने अपने सपनों को साकार किया। परन्तु किसी चीज से भी ज्यादा, वह रवैया है जो उसे दूसरों से अलग करता है – वह रवैया यही हैं की कभी पीछे नहीं हटना और अपने सपनों को हासिल करने की कोशिश में दृढ़ रहना। उनके इस ज़ज्बे को संगठन  सलाम करती हैं।

VEER SHIVAJI JAYANTI

VEER SHIVAJI JAYANTI : 19 FEBRUARY

शिवाजी उर्फ़ छत्रपति शिवाजी महाराज – Shivaji Maharaj भारतीय शासक और मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे। शिवाजी महाराज एक बहादुर, बुद्धिमान और निडर शासक थे। धार्मिक अभ्यासों में उनकी काफी रूचि थी। रामायण और महाभारत का अभ्यास वे बड़े ध्यान से करते थे।
पूरा नाम  – शिवाजी शहाजी भोसले 
जन्म – 19 फरवरी, 1630 / अप्रैल, 1627 मृत्यु – अप्रैल, 1680 
जन्मस्थान – शिवनेरी दुर्ग (पुणे)
पिता       – शहाजी भोसले
माता       – जिजाबाई शहाजी भोसले
विवाह     – सइबाई के साथ

एक नजर मै शिवाजी महाराज का इतिहास – Shivaji Maharaj History in Hindi

1) उनका जन्म पुणे के किले में 7 अप्रैल 1627 को हुआ था। (उनकी जन्मतिथि को लेकर आज भी मतभेद चल रहे है)
2) शिवाजी महाराज ने अपना पहला आक्रमण तोरण किले पर किया, 16-17 वर्ष की आयु में ही लोगों ( मावळावो ) को संगठित करके अपने आस-पास के किलों पर हमले प्रारंभ किए और इस प्रकार एक-एक करके अनेक किले जीत लिये, जिनमें सिंहगढ़, जावली कोकण, राजगढ़, औरंगाबाद और सुरत के किले प्रसिध्द है।
शिवाजी की ताकत को बढ़ता हुआ देख बीजापुर के सुल्तान ने उनके पिता को हिरासत में ले लिए। बीजापुर के सुल्तान से अपने पिता को छुड़ाने के बाद शिवाजी राजे ने पुरंदर और जावेली के किलो पर भी जीत हासिल की। इस प्रकार अपने प्रयत्न से काफी बड़े प्रदेश पर कब्जा कर लिया।
3) शिवाजी राजे की बढती ताकत को देखते हुए मुग़ल साम्राज्य के शासक औरंगजेब ने जय सिंह और दिलीप खान को शिवाजी को रोकने के लिये भेजा। और उन्होंने शिवाजी को समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा। समझौते के अनुसार उन्हें मुघल शासक को 24 किले देने थे।
इसी इरादे से औरंगजेब ने शिवाजी राजे को आमंत्रित भी किया। और बाद में शिवाजी राजे को औरंगजेब ने अपनी हिरासत में ले लिया था, कैद से आज़ाद होने के बाद, छत्रपति ने जो किले पुरंदर समझौते में खोये थे उन्हें पुनः हासिल कर लिया। और उसी समय उन्हें “छत्रपति” का शीर्षक भी दिया गया।
4) उन्होंने मराठाओ की एक विशाल सेना तैयार की थी। उन्होंने गुरिल्ला के युद्ध प्रयोग का भी प्रचलन शुरू किया। उन्होंने सशक्त नौसेना भी तैयार कर रखी थी। भारतीय नौसेना का उन्हें जनक कहा जाता है।
5) जून, 1674 में उन्हें मराठा राज्य का संस्थापक घोषीत करके सिंहासन पर बैठाया गया।
6) शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 12 दिन बाद उनकी माता का देहांत हो गया।
7) उनको ‘छत्रपती’ की उपाधि दी गयी। उन्होंने अपना शासन हिन्दू-पध्दती के अनुसार चलाया। शिवाजी महाराज के साहसी चरित्र और नैतिक बल के लिये उस समय के महान संत तुकाराम, समर्थ गुरुरामदास तथा उनकी माता जिजाबाई का अत्याधिक प्रभाव था।
8) एक स्वतंत्र शासक की तरह उन्होंने अपने नाम का सिक्का चलवाया।
9) मृत्यु – अप्रैल, 1680 में शिवाजी महाराज का देहांत हुवा। शिवाजी महाराज की गनिमी कावा को विलोभनियतासे और आदरसहित याद किया जाता है।
संदर्भ : SHIVAJI MAHARAJ

रविवार, 18 फ़रवरी 2018

NEET 2018

Important points for NEET 2018
1. first time it will be conducted in Urdu also.. 
2. Those students who want to do MBBS from abroad they have to appear NEET and have to take permission from ministry of health. 
3. Those students who are appearing Privately HSC or who will appear through NIOS are not allowed to appear for NEET. 

4. All the students who are going to take admission in following courses must appear in
P NEET 2018. 
● MBBS
● BDS
● BUMS
● BAMS
● BHMS 
● BPTh
● BOT 
● BP& O
● BASLP
● BSc Nursing
● BVSc & Animal Husbandry

the admission for the all above courses will be on the basis of NEET 2018

NEET 2018 exam date
6th May 2018
Sunday 10am to 1pm
try to reach at exam centre by 8am 
you are not allowed to enter after 9.30am

● Age limit
age should be 17 or more on 31st Dec 2018
and should not be more than 25 years 

● Eligibility 
passed 12th Science or going to appear in 12th Board exam in March 2018 with PCB 50% marks 
for SC/ ST / OBC 40% in PCB
for physically handicapped 45% in PCB
( PCB means Physics, Chemistry & Biology)

Nunber of Questions
total 180 questions

45 questions on each subject

● Physics 
● Chemistry 
● Botony
● Zoology
total marks 720
180 × 4 = 720
each correct answer has 4 marks 
and one mark will be deducted for for each wrong answer (negative marking scheme) 

Application Form filling 
Online Application form can be filled through online mode from website 
www.cbseneet.nic.in
Fees Rs.1400 for Open & OBC candidates

Rs.750 for SC/ST/PH candidates

● REMEMBER
While filling online form 
Students Name 
Date of Birth 
should be same in SSC board certificate as well as in Adhar Card 
if there is correction pls correct it in Adhar correction centre collect receipt then fill form

● Photo
passport size
white background 
both ears should be seen clear in photo
face front side 
photo should be click on or after 1st Jan 2018

Signature and photo has to be uploaded so pls scan photo and signature 
the  start filling form 

in Online Form click YES 
in costumary column 
for Normal Dress code

Read complete Information Brochure before filling ONLINE NEET APPLICATION FORM

Last Date 
9th March 2018
For more details please visit website cbseneet.nic.in

शनिवार, 17 फ़रवरी 2018

NEW ARRIVALS

नयी पत्रिकाएं 


PARISKHA PAR CHARCHA BY HON'BLE PM SHRI NARENDRA MODI

परीक्षा पर चर्चा :16  फरवरी 2018 


माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में पूरे देश के करीब 10  करोड़ विभिन क्षेत्रों से आये हुए छात्र एवं छात्राओं  के संग परीक्षा से सम्बंधित विषय जैसे की आने वाली परीक्षा का तनाव , तैयारी , एवं एकाग्रता जैसे विषयों पर गंभीर चर्चा की |  प्रधानमंत्री जी ने स्वयं के अनुभव भी विद्यार्थिओं के संग साँझा किये | एवं परीक्षाओं में  कैसे सफलता को प्राप्त  किया जाये ये भी बताया |  कार्यक्रम के दौरान मोदी जी ने देश के विभिन प्रांतों से आये हुए विद्यार्थिओं के प्रश्नो का उत्तर देकर उनकी जिज्ञासाएं शांत की अंत में उन्होंने अभिभावकों के नाम भी सन्देश दिया तथा विद्यार्थिओं को उनकी आगामी परीक्षाओं की शुभकामनाएँ भी दी | 


ज्ञात रहे की इस पूरे कार्यक्रम का सजीव प्रसारण दूरदर्शन के चॅनेल पर किया गया तथा इसको पूरे भारत के विद्यार्थिओं ने सजीव प्रसारण देखा | कार्यक्रम के उपरांत विद्यालय में प्राचार्य महोदय एवं विषयाध्यापकों ने बच्चों से बात की  मार्गदर्शन  किया एवं उनका मनोबल बढ़ाया साथ ही शुभकामनाएं भी प्रेषित की |  विद्यालय के समस्त विद्यार्थी माननीय प्रधानमंत्री जी की परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम से परीक्षा की तैयारी हेतु अभिभूत एवं  प्रेरित हुए
 सन्दर्भ https://www.youtube.com/watch?v=_I1b81SKoEI

मंगलवार, 13 फ़रवरी 2018

CAREER :AIIMS ENTRANCE EXAMINATION FOR MBBS COURSE-2018

ALL INDIA INSTITUTE OF MEDICAL SCIENCES
 ADMISSION NOTICE FOR MBBS COURSE 2018



LIST OF PERIODICALS AND MAGAZINE



LIST OF PERIODICALS AND MAGAZINE


केंद्रीय विद्यालय वायुसेना स्थल नलिया केंद्रीय पुस्तकालय  वर्तमान समय  में 25 से भी ज्यादा हिंदी एवं 

अंग्रेजी भाषा में सम -सामायिक पत्रिकाओं , समाचार पत्रों को पुस्तकालय उपयोगकर्ताओं हेतु उपलब्ध करवा रहा है | जो कि निम्नवत हैं.-

समाचार पत्र  

राजस्थान पत्रिका  (हिंदी )
सन्देश (गुजराती)
टाइम्सऑफ़ इंडिया  (अंग्रेजी )
एम्प्लॉयमेंट न्यूज़ पेपर (अंग्रेजी )
रोजगार समाचार (गुजराती)

पत्रिकाएँ   (हिंदी भाषी)                पत्रिकाएँ  (अंग्रेजी भाषी)       
   
इंडिया टुडे                                                               अक्षय ऊर्जा 
शाला ध्वनि                                                              कैरियर्स 360 
कैरियर्स 360                                                            क्रॉनिकल 
क्रॉनिकल                                                                करियर सोलूशन्स                                           
ड्रीम 2047                                                                ड्रीम 2047                                
सम्भाषण  सन्देशः (संस्कृत)                                     इंडिया टुडे 
गुजरात  (गुजराती)                                                   ज्ञान वितरणम 
सामान्य ज्ञान दर्पण                                                   मैजिक पॉट 
प्रतियोगिता दर्पण                                                     आउट लुक 
ज्ञान वितरणम                                                          प्रतियोगिता दर्पण 
बाल भारती                                                              रीडर्स डाइजेस्ट 
                                                                                स्वामी न्यूज़ 
                                                                                द वीक 
                                                                                नचिकेतांजलि  
                                                                                कम्पटीशन सक्सेस रिव्यु 


LIBRARY COMMITTEE

KENDRIYA VIDYALAYA AFS NALIYA

LIBRARY COMMITTEE

HEAD OF THE COMMITTEE SH. SHASHIKANT (PRINCIPAL)
MEMBER SECRETARY :            SH. SUDHAKAR GUPTA (LIBRARIAN)

TEACHER MEMBERS
SH. LAXMI LAL SUTHAR PGT (MATHS)
SH. SITA RAM MEENA TGT(HINDI)
SH. AKHILESH K.MAHLAWAT TGT(ENG.)
SH. PRATEEK SAGAR PRT
SH. RAJENDRA SINGH PRT

STUDENT MEMBERS
 MS. PRIYANGI
 MASTER VIVEK
 MS. NAINA
 MS. ANJALI
 MS. KOMAL

VIEWS OF STUDENT

THE DAY I LIKE MOST " MOTHER'S DAY"
Human life is a mixture of happiness and woe, but there are some special days for which we all eagerly wait throughout the year. To me " Mother's day" is very special day  'Mother' is such a lovely word, symbol of love and care ! No one can take the place of a mother in the life.  "Mother's day is a day, honouring one's own mother as well as motherhood and maternal bonds. Mother is considered as God on the earth. A mother's arms are always open for her children. A mother is a teacher, guardian and friend for her child as well. So this is the day I like most and eagerly wait for this special day to make her feel that I am really lucky to have her as a mother and pay respect to her for her efforts, sacrifices and dedication for my upbringing.Thanks "Maa"


Written by : S. Saran, from Class VIII-B

शुक्रवार, 9 फ़रवरी 2018

KV AFS NALIYA VARSHIKOTSAV " SPANDAN" 2018


केंद्रीय विद्यालय वायुसेना स्थल नालिया 
वार्षिकोत्सव "स्पंदन ' 2018 
केंद्रीय विद्यालय वायुसेना स्थल नलिया  में दिनांक 31 मार्च 2018 को वार्षिकोत्सव स्पंदन का आयोजन किया गया / इस वर्ष का वार्षिकोत्सव बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की थीम पे आधारित रहा / समस्त विद्यालय परिवार के शिक्षकगण  विद्यार्थी गण  एवं अतिथियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भरपूर आनंद उठाया /इस वर्ष वार्षिकोत्सव के मुख्य अतिथि विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ग्रुप कैप्टेन  पुनीत मेहता , स्टेशन कमांडेंट  वायुसेना नलिया  रहे /विभिन प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत क्षेत्रीय नृत्य एवं लघु नाटिका प्रस्तुत की गयी जिसको समस्त दर्शकों ने खूब सराहा /
कार्यक्रम के मध्य में मुख्य अतिथि  एवं विशिष्ट अतिथि ने शिक्षकों एवं विद्यार्थिओं को उनके द्वारा वर्षपर्यंत प्राप्त  उपलब्धिओं को पुरस्कृत किया एवं कार्यक्रम के अंत में  छात्र एवं छात्राओं को आशीर्वचन भी सन्देश के रूप प्रदान किया / अंत में राष्ट्रगान के साथ ही वार्षिकोत्सव सफलतापूर्वक संपन्न हुआ /

NEW ARRIVAL

 VIVEKANAND 
HIS CALL TO THE NATION
(A COMPILATION)
Published on the occasion of 150th Birth Anniversary of Swami Vivekanand


PUBLISHER: ADVAITA ASHRAMA

PLACE: KOLKATIA ,EDITION: 2017

"Give me a few men and women who are pure and selfless, and I shall shake the world."

"The older I grow, the more everything seems to me to lie in manliness.This is my new gospel."
----- Swami Vivekanand-----

मंगलवार, 6 फ़रवरी 2018

READING OF THE MONTH : DREAM 2047

DREAM 2047




नयी पत्रिका : यथावत  (१-१५ फरवरी  २०१८ )



ज्ञान वितरणम : वर्ष : 9  अंक : 6 (15 जनवरी -14  फरवरी, 2018)




PUSTAKOPAHAR (BOOK GIFTING )

      PM SHRI KENDRRIYA VIDYALAYA DHAR (M.P)       PUSTAKOPAHAR MAHOTASAV CELEBRATION आज पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय धार में पुस्तकोपहार महो...